एकाकीपन हो, शांत वादियों मे ख़ामोश मन हो, मेरे अपने आगोश में। एकाकीपन हो, शांत वादियों मे ख़ामोश मन हो, मेरे अपने आगोश में।
मेरी मां सबसे अलग थी, बोलती कम, सोचती ज़्यादा थी। मेरी मां सबसे अलग थी, बोलती कम, सोचती ज़्यादा थी।
भारत तू देश मेरा तू ही है मेरी आबरु , जिंदगी है तुझ से हमारी तू ही है जुस्तजू । भारत तू देश मेरा तू ही है मेरी आबरु , जिंदगी है तुझ से हमारी तू ही है ...
उफ्फ..! कितनी विभत्स और डरावनी है ये दुनियां जहां मानव तो है पर मानववीयता नहीं.! उफ्फ..! कितनी विभत्स और डरावनी है ये दुनियां जहां मानव तो है पर मानववीयता नही...
ना जाने वो कौन सा वक्त होगा, तुम्हारे जेहन में कुछ बातें होंगी। ना जाने वो कौन सा वक्त होगा, तुम्हारे जेहन में कुछ बातें होंगी।
मेरे अपनों का समय किसी और के नाम सही। खुश है अगर वो अपनी दुनिया में तो मैं कौन-सा गमगीन अकेला पड़ा हू... मेरे अपनों का समय किसी और के नाम सही। खुश है अगर वो अपनी दुनिया में तो मैं कौन-स...